मुखड़े को सुन्दर बनाने के 79 घरेलू नुस्खे

इस प्रकरण में इसी उद्देश्य से कुछ ऐसे देशी और हानिरहित नुस्खे प्रस्तुत किए जा रहे हैं , जिन्हें आप अपना आहार - विहार दुरुस्त रखते हुए आजमाएंगे तो कील - मुहाँसे , दाग - धब्बे , झाँई - झुरीं जैसी तमाम समस्याओं से मुक्ति मिलेगी और आप सुहाने मुखड़े के मालिक बन जाएंगे ।




   
मुखड़े को सुन्दर बनाने के 77 घरेलू नुस्खे
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मुखड़े को सुन्दर बनाने के 79 घरेलू नुस्खे 


दरअसल चेहरे के सौन्दर्य का असली अर्थ यह है कि चेहरा स्वस्थ हो तथा ओज और ताज़गी से परिपूर्ण रहे । चेहरे के स्वास्थ्य और सौन्दर्य सुधारने का यह भी अर्थ नहीं है कि यह कोई एकदम से अलग विषय है । सही बात कि अगर आपका शरीर स्वस्थ है तो स्वास्थ्य की झलक चेहरे पर दिखाई ही देगी । हाँ , थोड़ी अतिरिक्त देखभाल करके चेहरे की चमक दमक और रौनक अवश्य बढ़ायी जा सकती है । 


इस प्रकरण में इसी उद्देश्य से कुछ ऐसे देशी और हानिरहित नुस्खे प्रस्तुत किए जा रहे हैं , जिन्हें आप अपना आहार - विहार दुरुस्त रखते हुए आजमाएंगे तो कील - मुहाँसे , दाग - धब्बे , झाँई - झुरीं जैसी तमाम समस्याओं से मुक्ति मिलेगी और आप सुहाने मुखड़े के मालिक बन जाएंगे ।

  1. नुस्खों का इस्तमाल करते समय ध्यान रखने वाली एक विशेष बात यह है कि जिन नुस्खों में तेल या चिकनाई की चीजें मिली हों , उनका प्रयोग ठण्ड के मौसम में विशेष लाभप्रद रहता है । 
  2. चेहरे पर काली मिट्टी का लेप लगाएं । यह ऊपरी चिकनाहट दूरकर मृत त्वचा को हटाती है। 
  3. नीम की जड़ को महीन पीसकर लेप करने से मुहाँसे जल्दी ठीक होते हैं । 
  4. मुहाँसे अधिक बड़े - बड़े व ज़्यादा संख्या में हों तो सिरके में कलौंजी पीसकर रात में मुँह पर लगाकर सो जाएं । सुबह धो डालें । इसके बाद ओस की बूंदों को साफ़ रुई में भिगोकर मुहाँसों पर फेरें । 
  5. एक छोटा चम्मच जौ का आटा , आधा चम्मच चंदन पाउडर , चुटकी भर हल्दी लेकर नींबू के रस में घोल बनाएं तथा चेहरे पर लगाकर आधे घण्टे बाद धो दें । यह काफी असरदार नुस्खा है । 
  6. हरी ककड़ी के रस में नींबू या संतरे का रस मिलाकर चेहरे पर लगाएं और लगभग आधे घण्टे बाद धो डालें । 
  7. पहले चेहरा ठण्डे पानी से धो लें और फिर गर्म पानी में तौलिया गीला करके चेहरे पर रखकर भाप सेंक करें । इसके तुरंत बाद ठण्डे पानी से भीगा तौलिया चेहरे पर रखें । चेहरे को तैलीय न होने दें । कुछ दिनों के प्रयोग से मुहाँसों से आसानी से छुटकारा मिल जाएगा । 
  8. धनियाँ , वच , लोध और कूठ को बराबर - बराबर मात्रा में लेकर महीन पीसकर एक में मिलाकर रख लें । इसमें से एक चम्मच चूर्ण लेकर पानी में गाढ़ा घोल बनाएं । अब पत्थर पर पानी के साथ जायफल घिसकर एक छोटे चम्मच की मात्रा में घोल में मिला दें । इस मिश्रण को शाम के समय चेहरे पर लेप करके एक घण्टे तक लगा रहने दें । फिर हल्के हाथों से मसलकर छुड़ा दें और सो जाएं । सबेरे उठकर चेहरा धो डालें । उचित आहार - बिहार के साथ कुछ दिनों तक यह प्रयोग करने से मुहासों की समस्या से निजात मिल जाएगी । 
  9. लाल चंदन , मंजीठ , लोध , अगर , खस , कूठव सुगंधबाला सबको बराबर - बराबर मात्रा में लेकर अलग - अलग चूर्ण बनाकर कपड़छन करके शीशियों में रख लें । जब भी उपयोग में लाना हो तो सब चूर्ण आधा - आधा चम्मच लेकर गुलाबजल के साथ पीसकर लेप बना लें । अब एक चम्मच दूध में 1-2 पंखुड़ी केसर की घोंटकर इस लेप में मिलाएं और साथ ही 4-6 बूंद नींबू का रस भी मिला लें । इस लेप को चेहरे तथा गर्दन पर लगाकर कुछ देर के लिए सूखने दें और फिर लेप छुड़ाकर चेहरा पानी से धो डालें । यह नुस्खा चेहरे की रौनक बढ़ाने के लिए काफी कारगर है । 
  10. त्वचा का स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए आँवला , कच्चा नारियल , मक्खन - मिश्री , संतरे जैसी चीजें विशेष लाभप्रद हैं । चूने के पानी का शर्बत त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करता है । इसको बनाने का तरीका यह है कि खाने का चूना पानी में भिगोकर 4-5 दिन तक रख दें । इसे दिन में 2-3 बार साफ़ लकड़ी से हिलाकर चला दिया करें । पाँचवें दिन ऊपर का निथरा हुआ पानी अलग कर लें । इसमें शक्कर मिलाकर शर्बत योग्य चाशनी बनाकर ठण्डा करके बोतल में भर लें । इस शर्बत को भोजन के बाद दोनों समय एक - एक चम्मच की मात्रा में 40 दिनों तक सेवन करना चाहिए ।
  11. जिन महिलाओं के चेहरेहोठों के ऊपर रोएं हों । उन्हें बेसन , मैदा , शहद और नींबू का रस 1-1 चम्मच लेकर एक में मिलाकर चेहरे पर लेप करना चाहिए । लेप सूखने लगे तो मसलकर छुड़ा दें । इस प्रयोग से धीरे - धीरे अनावश्यक बालों की समस्या से निजात मिल जाएगी । इसके अलावा चेहरे की त्वचा भी मुलायम , चिकनी और चमकीली बन जाएगी । 
  12. नींबू का रस और तुलसी के पत्तों का रस समान मात्रा में मिलाकर झाँइयों पर लगाने से झाँइयों से मुक्ति मिल जाती है । इससे मुहासे भी समाप्त होते हैं । 
  13. दो चम्मच कच्चे दूध में गाढ़ा लेप बनने लायक़ चिरौंजी पीसकर सायंकाल चेहरे पर लेप करके कुछ देर तक सूखने के लिए छोड़ दीजिए । सूखने पर मसलकर छुड़ा दें और पानी से चेहरा धो लें , धीरे - धीरे निखार आने लगेगा । 
  14. चेहरे पर निखार लाने के लिए एक चम्मच चूने के पानी में थोड़ा शहद मिलाकर लेप करें और लगभग आधे घण्टे बाद चेहरा धो दें । 
  15. काली कसोंदी का रस, नींबू और तुलसी पत्तों के रस में मिलाकर ताँबे की कटोरी में भरकर धूप में रख दें । यह घोल जब गाढ़ हो जाए तो मुहासों पर लगाएं काफी लाभ होगा । 
  16. नींबू , ककड़ी तथा खीरे का रस समान मात्रा में मिलाकर स्नान से पूर्व चेहरे पर मलें तथा कुछ समय बाद स्नान करें । चेहरे की रौनक बढ़ेगी । 
  17. दो चम्मच दही में एक चम्मच मसूर की दाल भिगोएं । दाल फूल जाए तो पीसकर इसमें थोड़ा सा मक्खन और चुटकी भर हल्दी मिलाकर चेहरे व गर्दन पर लगाएं । लगभग आधे घण्टे बाद गुनगुने पानी से चेहरा धो दें । नियमित यह प्रयोग करने से चेहरे की स्निग्धता और चमक बढ़ेगी । 
  18. मलाई में नींबू का रस मिलाकर 10-15 मिनट तक चेहरे की मालिश करें । कुछ देर रुककर चेहरा धो दें । कुछ दिनों के प्रयोग से चेहरा दमकने लगेगा । 
  19. आँखों के नीचे काले गड्ढे पड़ जाएं तो एक भाग नींबू के रस में चार भाग पानी मिलाकर मालिश करते हुए धोएं । थोड़े दिनों में स्याहपन मिटने लगता है । 
  20. एक भाग नमक में चार भाग कच्चा दूध मिलाकर सोने से पूर्व रात में चेहरे की मालिश करें। सबेरे चेहरा धो डालें । 
  21. एक - दो चम्मच बेसन में तिल का तेल मिलाकर चेहरे पर लगाएं तथा मलकर छुड़ा दें । चेहरे की आभा बढ़ेगी । 
  22. एक चम्मच नींबू के सूखे छिलकों के महीनचूर्ण में एक चम्मच बेसन मिलाकर ठण्डे कच्चे दूध में फेंटकर गाढ़ा लेप तैयार करें । प्रतिदिन यह लेप चेहरे पर लगाकर कुछ देर बाद पानी से धो दें । यह प्रयोग चेहरे को आकर्षक बनाता है । 
  23. मसूर की पिसी हुई दाल में थोड़ी हल्दी और जैतून का तेल मिलाकर उबटन बनाएं तथा चेहरे और शरीर पर मलें । कुछ देर बाद स्नान करें । त्वचा साफ़ और स्निग्ध होती है । एक चम्मच बेसन , एक चुटकी आटा , 5-6 बूंद नींबूरस तथा 5-6 बूंद गुलाबजल एक में मिलाकर गाढ़ा लेप बनाएं । अगर त्वचा रूखो या कठोर दिखती हो तो इसमें आधा चम्मच मलाई मिला लें । इस लेपको चेहरे पर मलें तथा कुछ देर बाद ताजे पानी से धो दें । कुछ दिनों के प्रयोग से चेहरे की चमक बढ़ जाएगी। 
  24. चेहरे पर चेचक के दाग हों तो मुरदार - श्वंग में नींबू का रस मिलाकर लगाना चाहिए । इस प्रयोग से गहरे दाग होंगे तो हल्के हो जाएंगे और हल्के दाग होंगे तो समाप्त हो जाएंगे
  25. नींबू के एक चम्मच रस में एक पके टमाटर का रस मिलाकर चेहरे पर मलें तथा एक
  26. घण्टे बाद ठण्डे पानी से धो दें । धीरे - धीरे चेहरे की लाली बढ़ने लगेगी । 
  27. चेहरे की रौनक बढ़ाने के लिए संतरे के सूखे छिलकों के साथ दो - तीन बादाम की गिरी दूध की मलाई के साथ सिल पर महीन घोंट - पीसकर चेहरे पर मलें । सूख जाने पर मसलकर छुड़ा दें तथा चेहरा धो डालें । 
  28. एक चम्मच नींबू के रस में कुछ बूंद जैतून का तेल मिलाकर रात में सोने से पूर्व चेहरे पर लगाएं । इससे रंग में निखार आएगा तथा त्वचा की कठोरता , रूखापन दूर होंगे । 
  29. खीराककड़ी का रस मिलाकर मलने से आँखों के नीचे का स्याहपन मिटता है । 
  30. मैदे में दूध मिलाकर गाढ़ा - गाढ़ा लेप चेहरे पर मलें । इससे चेहरे की मैल साफ़ होगी तथा मुलायमियत बढ़ेगी । 
  31. ग्लिसरीन , नींबू का रस तथा गुलाबजल बराबर मात्रा में लेकर घोल बनाकर रख लें । सर्दी के दिनों में चेहरे पर लगाने का यह अच्छा लोशन है । त्वचा की खुश्की दूर तो होगी ही , त्वचा के रोग भी ख़त्म होंगे ।
  32. बेहरे या शरीर के खुले हिस्सों की त्वचा को ठण्डी हवा के असर से बचाने के लए सफेद मक्खन , बादाम व सफेद मोम को एक में घोंट - पीसकर क्रीम बनाकर चेहरे पर लगाएं । इसे 5 : 2 : 5 के अनुपात में मिलाकर बनाना चाहिए । 
  33. संतरे और नींबू के छिलके सुखाकर महीन पीसें तथा इसमें दूध मिलाकर गाढ़ा नेप बनाएं । इसे चेहरे या पूरे शरीर पर लगाकर सूखने दें फिर स्नान करें । शरीर कान्तिमान होने लगेगा । 
  34. नींबूसंतरे के सूखे छिलकों के चूर्ण में दही , बेसन तथा गुलाबजल मिलाकर प बनाएं तथा चेहरे पर मलें । मुहासे और झाँइयों से छुटकारा मिलेगा । यदि इसे रे शरीर में उबटन की भाँति लगाया जाए तो त्वचा का रंग साफ़ होकर लायमियत आती है ।
  35. नींबू का रस , शहद , मैदा और बेसन चारों समान मात्रा में लेकर किचित पानी के साथ गाढ़ा लेप बनाकर कुछ देर तक चेहरे पर अच्छी तरह मलें । नियमित प्रयोग से कुछ दिनों में चेहरे से अनावश्यक रोएं साफ़ हो जाएंगे । 
  36. चावल , जौ व बाजरी का आटा , नींबू का रस तथा हल्दी - सभी समान भाग में लेकर थोड़ा जैतून का तेल मिलाकर उबटन बनाएं तथा चेहरे व पूरे शरीर पर लगाकर मसलें । कुछ देर बाद धो देंया स्नान कर लें । इस प्रयोग से त्वचा का रंग साफ़ होता है । काफी अच्छा नुस्खा है ।
  37. सूखे आँवलों के कपड़छन चूर्ण में उचित मात्रा में दही मिलाकर चेहरे पर अच्छी तरह लगाकर सूखने दें । सूखने के बाद लेप को मसलकर छुड़ा दें । अब गर्म पानी से भीगे तौलिए से चेहरे की सेंक करें । कुछ दिनों के प्रयोग से मुहासे तो ठीक ही होंगे , चेहरा साफ़ , सुंदर , चमकदार भी दिखेगा । 
  38. रात सोने से पूर्व चेहरे पर मलाई मलने से स्निग्धता बढ़ती है । 
  39. लाख , मंजीठ , मुलहठी , पलाश के फूल , लाल चंदन , कुसुम , खस , पद्माख , बड़ की छाल , नीलकमल , पाकर की मूल , कमलकेशर , हल्दी , दारूहल्दी , मेंहदी तथा अनंतमूल - सभी 4-4 तोला लें । सभी औषधियों को जौकुट चूर्ण बनाएं तथा ढाई किलोजल में मिलाकर चतुर्थांश क्वाथ करें । अब इसे छानकर 16 तोला तिल तेल , 32 तोला बकरी का दूध तथा 1-1 तोला मुलहठी , मंजीठ , लाख पतंग व केशर का कल्क मिलाकर धीमी आँच पर तेल सिद्ध करें । यह तेल चेहरे की फुसियों , दाग , मुहासों आदि के लिए काफी लाभप्रद है । यह किंशुकादिया कुंकुमादि तेल के नाम से बना - बनाया आयुर्वेदिक दवा की दुकानों पर भी मिलता है । 
  40. रीठे का छिलका , मालकांगनी , कायफल , रेवन्दचीनी व हल्दी , प्रत्येक 1-1 तोला लेकर चूर्ण बनाकर इसमें 12 तोला जौ का आटा मिलाकर रख लें । इसमें से आवश्यकताभर चूर्ण लेकर सरसों का तेल और थोड़ा पानी  मिलाकर मुख पर लेप करें तथा आधा घण्टा बाद मसलकर छुड़ा देंऔर पानी से चेहरा धो डालें । नियमित नित्य यह प्रयोग करने से दाग , धब्बे , मुहाँसे , झाँइयाँ आदि मिटकर चेहरे पर निखार आ जाता है । 
  41. बरगद की जटा , लाल चंदन , मंजीठ , सेमल का काँटा , मसूर की , कपूर - सभी 5-5 तोला तथा पीली सरसों 10 तोला व केसर 1 तोला लेकर कपड़छन चूर्ण बनाकर रख लें । इस चूर्ण का थोड़े से जल में उबटन बनाकर चेहरे पर लेप करने से मुहाँसे , दाग़ आदि दूर होकर त्वचा की चमक बढ़ जाती है । 
  42. निबौली की मिंगी -500 ग्राम तथा नीम की पत्ती -500 ग्राम लेकर अलग - अलग महीन पीस लें । दोनों को अलग - अलग बटोरकर दो गोला सा बनाएं । अब इन दोनों गोलों को एक शीशे के पात्र में रखकर थोड़ा - थोड़ा पानी डालते हुए शीशे की डंडी से चलाएं । जब गाढ़ा अवलेह सा बन जाए तो चलाना बंद कर दें तथा इसमें 1 किलो गुलाबजल डालकर पुनः चलाएं । जब सब चीजें एकरस हो जाएं तो पात्र पर ढक्कन लगाकर उसकी दरारें मैदे के गाढ़े लेप से बंद कर दें तथा 21 दिन तक वैसे ही पड़ारहने दें । इसके बाद ऊपर निथरे हुए तरल पदार्थ को अलग करके बोतलों में भर लें । इस अर्क को मुहाँसों पर लगाने से मुहाँसे समाप्त हो जाते हैं । 
  43. नींबू का रस , शुद्ध ग्लिसरीन तथा गुलाबजल सभी 1 : 2 : 3 के अनुपात में लेकर मेला लें तथा इसमें नींबू रस का पचासवां भाग सुहागे का फूला मिश्रण करके शीशी में रख लें । इस मिश्रण को प्रतिदिन रात्रि में चेहरे पर मलने से दाग , झुर्सी , मुहाँसे समाप्त होते हैं तथा चेहरे का सौन्दर्य बढ़ता है । 
  44. सफेद चंदन- 10 ग्राम , रसकपूर -6 रत्ती , बादाम की गिरी- 20 ग्राम तथा गुलाबजल -300 ग्राम की मात्रा में लें । चंदन घिसकर तथा बादाम पीसकर , रसकपूर तथा गुलाबजल सहित बको एक में मिलाकर छानकर शीशी में रख लें । नित्य प्रति इसमें से एक उम्मच मिश्रण लेकर चेहरे पर मलें तथा 10 मिनट बाद धो दें । कुछ दिन में चेहरे की कांति बढ़ने लगेगी । साधारण दाग , झुर्रियाँ आदि भी मिटेंगे ।
  45. रीठे का छिलका -15 तोला , बादाम की खली- 40 तोला तथा चावल का आटा -3 तोला । सबके बारीक बने मिश्रण में आधा तोला लोहबान पीसकर मिलाकर रख लें । इसमें से दो तोला चूर्ण लेकर पानी में लेप बनाकर चेहरे पर खूब मलें । 15-20 मिनट बाद छुड़ाकर गुनगुने जल से धो दें। हफ्ते भर में चेहरे की सुंदरता बढ़ने लगेगी और दाग , कील दूर होने लगेंगे । 
  46. चने का बेसन -200 ग्राम , संतरे के सूखे छिलकों का चूर्ण -10 ग्राम , कपूर- 10 ग्राम , पिसी हल्दी- 25 ग्राम , मसूर की दाल का महीन चूर्ण- 200 ग्राम , सफेद चंदन -10 ग्राम , जटामांसी -10 ग्राम , गुलाब के सूखे फूल -10 ग्राम । सबका बारीक कपड़छन चूर्ण बनाकर बाद में कपूर मिलाकर रख लें । एक बार में 200 ग्राम चूर्ण लेकर इसमें 5 ग्राम सरसों का तेल और किचित पानी मिलाकर मुख और शरीर पर उबटन करें । इससे साँवलापन कम होकर रंग में निखार आता है तथा मुहाँसे आदि भी दूर होते हैं । 
  47. कचूर घिसकर लेप करने से मुहाँसों से निजात मिलती है । 
  48. सिरके में कलौंजी के बीजों को पीसकर रात के समय लेप करके कुछ देर बाद चेहरा धो दें । एक हफ्ते में ही मुहाँसे और दाग आदि से छुटकारा मिलने लगता है ।
  49. गुलाबजल में संतरे के छिलकों का चूर्ण मिलाकर मुहाँसों पर लेप करने से मुहाँसे तो दूर होते ही हैं , वर्ण भी सुधरता है । 
  50. नीम की छालरहित जड़ को घिसकर मुहाँसों पर लगाने से हफ्ते भर में लाभ मिल जाता है । दूध में सेमल के काँटों का बारीक चूर्ण पीसकर लेप बनाकर चेहरे पर लगाते रहने से मुहाँसे तथा कीलें नष्ट हो जाती हैं ।
  51. लाल चंदन , मसूर , मंजीठ , लोध्र तथा लहसुन की कोंपल लेकर एक साथ पानी में महीन पीसकर रात को मुहासों पर लगाकर सो जाएं तथा सबेरे धो दें । कुछ दिन में लाभ मिल जाएगा। 
  52. काली मिर्च , लाल चंदन तथा जायफल समान भाग लेकर पानी में पीसकर चेहरे पर लगाने से मुहाँसों से छुटकारा मिल जाता है । 
  53. 5 तोला मसूर की दाल तथा एक तोला हल्दी में एक नींबू का रस मिलाकर पानी के साथ पीसें तथा चेहरे पर लेप करें । मुहाँसे ठीक होंगे । 
  54. हल्दी की गाँठ पानी के साथ पत्थर पर घिसकर लेप लगाने से चेहरे पर निखार आता है। 
  55. केसर , लाख , लाल चंदन , मंजीठ तथा मुलहठी 1-1 तोला लेकर कल्क करके 16 तोला तिल तेल व 32 तोला बकरी का दूध और इतना ही पानी मिलाकर धीमी आँच पर पकाएं । तेल सिद्ध हो जाए तो ठण्डा करके छानकर रख लें । इस तेल की मालिश से चेहरे की कान्ति बढ़ती है । एक हफ्ते में ही मुहाँसे , झाँइयाँ आदि भी मिट जाती हैं । 
  56. दूध में हल्दी की गाँठ भिगोकर फूलने दें । फूल जाए तो इसे बारीक पीस लें और सरसों का तेल और मैदा मिलाकर गाढ़ा लेप बनाएं । इसे स्नान के समय चेहरे तथा शरीर पर लगाने से त्वचा साफ , चिकनी और कान्तिमान होती है । 
  57. पिंडखजूर को पानी में अच्छी तरह पकाकर मसलकर छान लें । अब इस छनने हुए रस को पुनः धीमी आँच पर इतना पकाएं कि यह जमने लायक हो जाए । इसे सुरक्षित पात्र में रख लें । इसमें कूठ व नमक मिलाकर या अकेले ही चेहरे पर लेप करने से चेहरे की चमक बढ़ जाती है , दाग आदि मिटते हैं । 
  58. दूध की मलाई में थोड़ी हल्दी मिलाकर नित्य रात को चेहरे पर लगाकर मलें तथा आधा एक घण्टे बाद मसलकर छुड़ा दें व धो डालें । कुछ दिनों में चेहरा कान्तिमान होगा । 
  59. दही , बेसन , गुलाबजल , पिसी हल्दी , संतरे के छिलकों का चूर्ण- सभी समान मात्रा में मिलाकर फेंटकर लेप बनाएं तथा चेहरे पर लगाकर सूखने दें । पश्चात् चेहरा धोकर साफ़ तौलिए से पोंछ दें। एक - दो माह में चेहरे के सभी दाग - धब्बे मिटकर चेहरा कान्तिमान होने लगेगा । 
  60. कच्चे आलू का रस चेहरे पर मलने से चेहरे की त्वचा स्वस्थ , चमकदार बनती है । 
  61. नित्य तुरंत दुहे गए दूध का झाग चेहरे पर मलकर आधा घण्टा बाद गुनगुने पानी से धो दें । चेहरे की चमक बढ़ने लगेगी । 
  62. बादाम की गिरी- 5 तोला , सफेद चंदन- 1 तोला , गुलाब के फूल- 1 तोला , कपूर -4 ग्राम , केशर- 2 ग्राम , कस्तूरी- 200 मि.ग्राम लेकर इन सबका महीन चूर्ण बनाकर एक में मिलाकर रख लें । इसमें से 4 ग्राम चूर्ण को पानी में गाढ़ा लेप बनाकर मुख पर मलें तथा सूख जाने पर पानी से धो दें । कुछ दिनों में चेहरा चमक उठेगा । 
  63. गुलाबजल में 5 तोला बादाम की मिगी महीन पीसकर इसमें इत्रा गुलाब , इत्रा हिना , इत्रा केवड़ा तथा चंदन का तेल - चारों आधा - आधा तोला तथा 120 मि . ग्रा . रसकपूर पिसा हुआ मिलाकर खरल में एकरस कर लें । चेहरा साफ़ करके यह लेप मलने से कुछ दिनों में चेहरा दमक उठता है । 
  64. नीम की छाल , बकाइन की छाल , सूखा धनिया , सफेद चंदन , खिल्ला चना , मुरदारश्वंग , सफेद काशगिरी ; सब समभागलेकर कूट पीसकर कपड़छन चूर्ण बना लें तथा गाय के दूध में गाढ़ा घोंटकर चौड़े मुँहकी शीशी में रख लें । रात को सोते समय इसमें से आवश्यकतानुसार मिश्रण लेकर गुलाबजल में मिलाकर चेहरे पर मलें तथा सो जाएं । सबेरे गुनगुने पानी से मुँह धो डालें । कुछ दिनों में मुहासों से निजात मिल जाएगी और चेहरा साफ हो जाएगा । 
  65. हल्दी और लाल चंदन भैंस के दूध में पीसकर लेप लगाने से मुहाँसे ठीक होते हैं और चेहरे में चमक आती है । 
  66. आम की गुठली , प्रियंगु , सफेद चंदन , नागकेसर , मंजीठ और रसौंत को गाय के गोबर के रस में पीसकर लेप करने से त्वचा की विकृतियाँ ठीक हो जाती हैं और वर्ण निखरता है
  67. संतरे के रस में तुलसी के पत्तों को पीसकर लेप करें । सूख जाने पर गुनगुने पानी से चेहरा धोएं । मुहासे आदि दूर होते हैं । यह प्रयोग सोते समय करें और सबेरे चेहरा धोएं तो बेहतर है । 
  68. तुलसी पत्र का स्वरस और नींबू स्वरस समभाग मिलाकर मलने से चेहरे की त्वचा निरोगी बनती है । 
  69. दूध की 1 चम्मच मलाई लेकर उसमें 4-6 बूंद शहद और एक चम्मच नींबू का रस मिलाकर चेहरे पर लगाकर मलें । आधा घण्टा बाद पानी से धो दें । एक माह नियमित करने से चेहरे पर निखार आ जाएगा । बाद में एक - दो दिन के अंतर पर भी करते रहेंगे तो आपको किसी बाज़ारू क्रीम वगैरह की ज़रूरत नहीं महसूस होगी । 
  70. घीक्वार के पत्ते का रस चेहरे पर लगाकर लगभग आधे घण्टे बाद धेएं । मुहासे , फुसियों से छुटकारा मिलेगा । 
  71. कच्चे नारियल का पानी चेहरे पर मलने से त्वचा साफ़ और कान्तिपूर्ण बनती है । 
  72. चेहरे की त्वचा रूखी हो तो मुल्तानी मिट्टी में खीरे का रस , टमाटर का रस , गुलाबजल , चंदन का महीन चूर्ण , ग्लिसरीन तथा नारियल का पानी मिलाकर लेई सा बनाकर लेप करें । सूखने पर पानी से धो दें । एक - दो दिन के अंतर पर भी यह प्रयोग करते रहें तो चेहरे पर निखार आने लगेगा। 
  73. नींबू का रस , खीरे का रस व गुलाबजल समान मात्रा में मिलाकर प्रतिदिन चेहरे पर मलने से मुहाँसों से छुटकारा मिलता है । 
  74. खीरे के रस में बंदगोभी के पत्तों का रस तथा शहद मिलाकर लगाएं तथा आधा घण्टा बाद चेहरा धो डालें । चेहरे की कालिमा कम होगी और निखार आएगा । 
  75. चेहरा तैलीय हो तो 1 चम्मच संतरे का रस तथा दो चम्मच मुलतानी मिट्टी का लेप बनाकर लगाएं तथा सूखने के बाद धो दें । 
  76. त्वचा रूखी - सूखी रहती हो तो आधा चम्मच शहद में आधा चम्मच जैतून का तेल तथा आधा चम्मच पिसी मुलतानी मिट्टी मिलाकर गाढ़ा लेप बनाकर चेहरे पर लगाएं तथा आधा घण्टा बाद धो दें । 
  77. फटे होंठों पर अरण्डी के तेल में गुलाबजल व शहद मिलाकर लगाने से लाभ हो जाता है । 
  78. मधुमक्खी का मोम 1 चम्मच , बादाम रोगन 2 चम्मच तथा गुलाबजल आधा चम्मच एक में मिश्रण करके लगाने से होंठों की फटन ठीक हो जाती है । 
  79. सूर्य की गर्मी से चेहरे की त्वचा झुलस जाए तो दही में गुलाबजल मिलाकर लगाएं । खीरा के रस में ग्लिसरीन मिलाकर लगाने से भी फायदा होगा। 


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