उच्च रक्तचाप रोकने के १६ घरेलू उपाय

जो लोग परिश्रम कम करते हैं तथा अधिक तनाव में रहते हैंशराब या धूम्रपान अधिक करते हैं। उन्हें भी होता है। इसमें सिर में दर्द होता है और चक्कर आने लगते हैं। दिल की धड़कन तेज हो जाती है।
     
उच्च रक्तचाप रोकने के १६ घरेलू उपाय
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 उच्च रक्तचाप रोकने के १६ घरेलू उपाय


 हृदयगुर्दे और रक्त संचालन प्रणाली की गड़बड़ी के कारण होता है। यह रोग किसी को भी हो सकता है। यह चुपके-चुपके शरीर में आता है और कई तरह की बीमारियों को साथ लाता है। कई वर्षों तक तो इस रोग का पता ही नहीं चलता लेकिन जब पूर्ण रूप से इसका प्रकोप होता है। तब पता चलता है। जो लोग क्रोधभयदुख या अन्य भावनाओं के प्रति अघि कि संवेदनशील होते हैं। उन्हें यह रोग अधिक होता है। जो लोग परिश्रम कम करते हैं तथा अधिक तनाव में रहते हैंशराब या धूम्रपान अधिक करते हैं। उन्हें भी होता है। इसमें सिर में दर्द होता है और चक्कर आने लगते हैं। दिल की धड़कन तेज हो जाती है। आलस्य होनाजी घबरानाकाम में मन न लगनापाचन क्षमता कम होनाऔर आँखों के सामने अंधेरा आनानींद न आना आदि लक्षण होते हैं। इसके घरेलू उपाय निम्न लिखित हैं।

1. कच्चे लहसुन की एक-दो कली पीसकर प्रातः काल चाटने से उच्च रक्तचाप सामान्य होता है। 
2.  शहद में नींबू का रस मिलाके सुबह-शाम चाटने से उच्च रक्तचाप कमहोता है। 
3.  कोमल नीम की पत्ती चबाने से या उनका रस निकालकर पीने से भी रक्तचाप कम होता है। और ठीक भी होता है।
4.  मुसम्बी के रस के साथ उपवास हो तो भी आराम मिलता है। 
5.  उच्च रक्त चाप के रोगी को साधारण नमक की जगह सेंधा नमक का उपयोग लाभकारी होता है। 
6.  नियमित पपीता खाने और ताजे मीठे सेब खाने से रक्त चाप नीचे आता है। दिन में और कुछ न लें 
7.  सफेद प्याज के रस को शहद में मिलाकर लें। 
8.  पुदीने की पत्तियाँ + सेंधा नमक + कालीमिर्च + किसमिस की चटनी बनाकर   खायें। 
9.   प्रातःकाल देशी गाय का गोमूत्र पीने से उच्च रक्तचाप कम होता है। 
10. उबले हुए आलू सेंधा नमक के साथ खायें। चुकन्दर + गाजर + सन्तरापपीते का रस (बराबर मात्रा में) पीयें। 
11. तरबूज का रस सेंधा नमक के साथ लेने से काफी आराम मिलता है। 
12.  प्रतिदिन रात को गरम पानी में त्रिफला चूर्ण लेने से यह बीमारी दूर होती है। 
13. सौंफजीरा और मिश्री को बराबर मात्रा में मिलाकर चूर्ण बनायें तथा सुबह-शाम सादे पानी से लें आराम मिलेगा। 
14. आँवले का रस सबसे अधिक लाभकारी है। अथवा आँवले का मुरब्बा भी ले   सकते हैं। खाने में मूली का नियमित सेवन करें। 
15.सर्पगन्ध बूटी की जड़ का पावडर बनाकर दिन में सामान्य पानी में तीन बार लें यह अच्छी औषधि है। 
16गरम पानी में नींबू निचोड़कर और उसमें शहद मिलाकर (गुनगुने पानी में) लगातार पन्द्रह दिन तक पानी पीयें उच्च रक्तचाप सामान्य होता जायेगा। 

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