10 जनरल टॉनिक

सफेद मूसली और असगंध समान मात्रा में लेकर कपड़छन चूर्ण बनाएं तथा एक छोटी चम्मच की मात्रा में दूध के साथ सेवन करें । इससे मांस और बल दोनों की वृद्धि होती है ।


                   

Photo courtesy - wikipedia



10 जनरल टॉनिक



 अर्जुनारिष्ट ,बलारिष्ट,अंगूरासव,अश्वगंधारिष्ट तथा दशमूलारिष्ट प्रत्येक 500-500 मि.ली .; लौह भस्म , अभ्रक भस्म तथा शुद्ध शिलाजीत -10-10 ग्राम । सभी आसव अरिष्ट एक में मिलाकर उसमें दोनों भस्म व शिलाजीत अच्छी तरह घोल दें । 

 इसे 2 से 4 चम्मच दिन में दो बार बराबर पानी मिलाकर लेना चाहिए । यह बढ़िया जनरल टॉनिक है ।

 इससे शारीरिक और मानसिक शक्ति बढ़ती है । थकावट , आलस्य , कमज़ोरी दूर होकर चुस्ती - फुर्ती व अच्छी नींद आती है । 



  1. सफेद मूसली और असगंध समान मात्रा में लेकर कपड़छन चूर्ण बनाएं तथा एक छोटी चम्मच की मात्रा में दूध के साथ सेवन करें । इससे मांस और बल दोनों की वृद्धि होती है । 
  2. असगंध का चूर्ण सवेरे - शाम 1-1 चम्मच की मात्रा में शहद में मिलाकर चाटने तथा साथ में एक पाव मिश्री मिला गर्म दूध पीते रहने से शरीर का दुबलापन मिटता है ।
  3. शतावरी , छिलका रहित काँच के बीज , सफेद मूसली , असगंध , गोखरू - सभी 100-100 ग्राम । सभी चीज़ों को अलग - अलग कूट - पीसकर कपड़छन चूर्ण करके मिलाकर रख लें । यह चूर्ण सबेरे - शाम खाली पेट थोड़े देशी घी में 5-5 ग्राम मिलाकर सेवन करें । चाहें तो एक पाव मिश्री मिला गुनगुना दूध पी सकते हैं । 
  4. शाम वाली खुराक चाहें तो रात में सोने से आधा घण्टे पूर्व भी सेवन कर सकते हैं । भोजन किये हुए कम - से - कम दो घण्टे अवश्य बीत गए हों । इस प्रयोग से दुबलापन दूर होता है, पौरुषशक्ति बढ़ती है । यह काफी पौष्टिक , धातुवर्द्धक और श्रेष्ठ बाजीकारक नुस्खा है । इसे ब्रह्मचर्य के साथ लगभग तीन माह तक प्रयोग करना चाहिए । 
  5. शरीर दुबला हो और ऐसा किसी विशेष रोग की वजह से न हो तो प्रतिदिन दो पके केले खाकर ऊपर से गर्म मिश्री मिला 1 पाव दूध पिएं । 
  6. दूध उबालते समय इसमें एक - दो इलायची भी पीसकर मिला दें । तीन चार माहमें शरीर मांसल होने लगेगा । 
  7. 50 ग्राम कच्ची मूंगफली के दानों को तीन - चार घण्टे पानी में भिगोकर छिलका उतारकर पीस लें । अब कढ़ाई में 25 ग्राम देशी घी डालकर धीमी आँच पर सेंकें । जब लालिमा आने लगे तो इसमें 25 ग्राम शक्कर मिलाकर 2 नग छोटी इलाइची पीसकर डाल दें । इस तरह हलवा बनाकर कुछ दिनों तक नियमित खाने से शरीर का दुबलापन दूर होता है । 
  8. 125 ग्राम सालमपंजा तथा 250 ग्राम बादाम मिगी कोमहीन पीसकर मिला लें । प्रातः और रात में सोनेसे पूर्व ( भोजनसे 2-3 घण्टे बाद ) 10-10 ग्राम यह चूर्णगुनगुने मीठे दूध से सेवन करते रहने से शरीर का दुबलापन व कमज़ोरी दूर होती है ,तथा यौनशक्ति बढ़ती है । स्त्री - पुरुष दोनों के लिये उपयोगी है । 
  9. छिलका उतारे हुए 60 ग्राम जौ की आधा लीटर दूध में खीर बनाएं और इस खीर काही नियमित नाश्ता करें । यदि किसी विशेष बीमारी की स्थिति न हो तो दो माह में इस प्रयोग से दुबलापन दूर होने लगता है । 
  10. 15-20 अच्छे पिंडखजूर , थोड़ी किशमिश , चौथाई चम्मच सोंठ व एक - दो छोटी इलायची को एक पाव दूध में उबालें व एक चम्म घी मिलाकर लगभर दो माह सबेरे नाश्ते के रूप में सेवन करें । शरीर की दुर्बलता दूर होगी । यह प्रयोग कफ , सर्दी को भी दूर करता है । 

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ